प्रमाण पता है, कल भारी बारिश में भी खिङकी से बाहर मुझ पर मुस्कुराता साफ़ आसमान देखा है मैंने अपनी माशूका के चेहरे पर इश्क का प्रमाण देखा है। -तरुण राज ©sensitiveobserver
No comments: